स्वास्थ्य विभाग के अनुसार, इस बीमारी के फैलने की मुख्य वजह शहर के 7 स्थानों पर पानी का प्रदूषित पाया जाना है। विशेषज्ञों का कहना है कि दूषित पानी का सेवन GB सिंड्रोम के मामलों को बढ़ा सकता है, क्योंकि यह संक्रमण को ट्रिगर कर सकता है, जो इस बीमारी का एक प्रमुख कारण माना जाता है।
प्रशासन ने स्थिति की गंभीरता को देखते हुए प्रभावित इलाकों में सफाई और पानी की गुणवत्ता सुधारने के लिए विशेष अभियान शुरू कर दिए हैं। इसके अलावा, नागरिकों से अपील की गई है कि वे केवल साफ और उबला हुआ पानी ही उपयोग करें।
GB सिंड्रोम क्या है?
GB सिंड्रोम एक गंभीर तंत्रिका संबंधी स्थिति है, जिसमें शरीर की प्रतिरक्षा प्रणाली तंत्रिकाओं पर हमला करती है। इससे मरीज को कमजोरी, लकवा और सांस लेने में कठिनाई जैसी गंभीर समस्याएं हो सकती हैं। विशेषज्ञों का कहना है कि समय पर उपचार और सावधानी बरतने से इस बीमारी के प्रभाव को कम किया जा सकता है।
शहरवासियों से अपील है कि किसी भी संक्रमण या असामान्य लक्षण महसूस होने पर तुरंत डॉक्टर से संपर्क करें। प्रशासन और स्वास्थ्य विभाग स्थिति पर नियंत्रण पाने के लिए हर संभव कदम उठा रहे हैं।