1. ग्वालियर में महिला से ठगी, पता पूछने के बहाने उतरवाए गहने — पूरा घटनाक्रम CCTV में कैद
  2. मुरैना में 'इंसानियत कंप्यूटर सेंटर'चलाने वाले शिक्षक का फर्जी पहचान और अश्लील वीडियो कांड, दिल्ली-नोएडा-Meerut कनेक्शन उजागर
  3. ऑपरेशन सिंदूर के बाद भारत-पाक रिश्तों में खटास – कूटनीतिक तनाव चरम पर
  4. ग्वालियर समेत एमपी में बड़े स्तर पर मॉक ड्रिल :आपदा प्रबंधन में बढ़ेगा जागरूकता -
  5. ऑपरेशन सिंदूर: भारत ने सिंदूर का लिया बदला – आतंकी ठिकानों पर भीषण प्रहार
  6. क्या होते हैं नागरिक सुरक्षा जिले, क्यों बजते हैं सायरन? जानिए सिविल डिफेंस मॉक ड्रिल से जुड़े सभी सवालों के जवाब -
  7. MP 12वीं बोर्ड रिजल्ट 2025: ग्वालियर की स्नेहा ने बायोलॉजी में हासिल की प्रदेश में दूसरी रैंक,फेल छात्रों को मिलेगा दोबारा मौका -
  8. MP 12वीं बोर्ड रिजल्ट 2025: मैहर की प्रियल द्विवेदी बनीं ओवरऑल टॉपर, जानिए पूरे रिजल्ट की पूरी जानकारी -
  9. KKR ने 1 रन से जीता रोमांचक मुकाबला, रियान पराग की 95 रनों की पारी बेकार -
  10. NEET UG 2025 परीक्षा संपन्न 22 लाख छात्रों ने दी परीक्षा
news-details

मुरैना में 'इंसानियत कंप्यूटर सेंटर'चलाने वाले शिक्षक का फर्जी पहचान और अश्लील वीडियो कांड, दिल्ली-नोएडा-Meerut कनेक्शन उजागर

मुरैना में 'इंसानियत कंप्यूटर सेंटर'चलाने वाले शिक्षक का फर्जी पहचान और अश्लील वीडियो कांड, दिल्ली-नोएडा-Meerut कनेक्शन उजागर

मध्य प्रदेश के मुरैना जिले से एक चौंकाने वाला मामला सामने आया है, जहां 'इंसानियत कंप्यूटर सेंटर' नाम से शिक्षण संस्था चलाने वाले एक शिक्षक ने अपनी पहचान छिपाकर कई छात्राओं को धोखे में लिया।

आरोपी का असली नाम असलम खान है, लेकिन वह खुद को अभि ठाकुर नाम से हिंदू दिखाकर छात्राओं को अपने झांसे में लेता था। पुलिस जांच में सामने आया है कि आरोपी ने सेंटर में छुपे कैमरे लगाकर कई छात्राओं के अश्लील वीडियो रिकॉर्ड किए और उनका शारीरिक शोषण किया।

सेंटर के एक कमरे और रसोई में बनाए गए विशेष सेटअप में वह यह आपराधिक कृत्य अंजाम देता था। पुलिस ने आरोपी के कब्जे से तीन छात्राओं के वीडियो बरामद किए हैं।

मंगलवार को जब एक पीड़ित छात्रा के परिजनों की शिकायत पर पुलिस ने एफआईआर दर्ज की और आरोपी को हिरासत में लिया, तो उसे छुड़ाने के लिए दिल्ली, नोएडा और मेरठ से कुछ लोग मुरैना कोतवाली पहुंचकर हस्तक्षेप करने लगे।

यह मामला न केवल फर्जी पहचान और धोखाधड़ी का है, बल्कि नारी गरिमा और डिजिटल अपराध से भी जुड़ा हुआ है। पुलिस जांच जारी है और अन्य पीड़िताओं की पहचान के प्रयास किए जा रहे हैं।