संगम नोज पर 500 मीटर में 10 लाख लोगों की भीड़, पुलिस व्यवस्था चरमराई
प्रयागराज। मौनी अमावस्या पर संगम स्नान के लिए लाखों श्रद्धालु उमड़ पड़े, जिससे संगम नोज पर भारी भीड़ जमा हो गई। 28 जनवरी की रात 10 बजे से ही श्रद्धालु संगम पहुंचने लगे थे। चूंकि सुबह स्नान का शुभ मुहूर्त था, इसलिए लोग संगम नोज से पहले बैरिकेडिंग के किनारे पॉलिथीन बिछाकर रात गुजारने लगे। पीछे से भीड़ लगातार बढ़ती गई और करीब आधा किलोमीटर का इलाका पूरी तरह से जाम हो गया।
पुलिस व्यवस्था चरमराई, भगदड़ जैसी स्थिति बनी
मौके पर तैनात 1000 पुलिसकर्मी इतनी बड़ी भीड़ को नियंत्रित करने में नाकाम साबित हुए। भीड़ की वजह से कई श्रद्धालु फंस गए, जिससे अफरातफरी मच गई। इसी बीच नागा साधुओं के आने की अफवाह फैलने से भगदड़ जैसी स्थिति उत्पन्न हो गई। हालांकि, पुलिस और स्थानीय प्रशासन ने स्थिति को संभालने की पूरी कोशिश की।
श्रद्धालुओं को हुई परेशानी
भीड़ के दबाव में कई श्रद्धालु अपने परिजनों से बिछड़ गए, वहीं कुछ लोग शारीरिक अस्वस्थता के कारण गिर पड़े। प्रशासन ने लाउडस्पीकर के माध्यम से लोगों से धैर्य बनाए रखने और शांति बनाए रखने की अपील की।
प्रशासन का बयान
प्रशासनिक अधिकारियों का कहना है कि इतनी बड़ी भीड़ की संभावना पहले से थी, लेकिन नियंत्रण में कुछ चूक हो गई। भविष्य में ऐसे आयोजनों के लिए और अधिक ठोस व्यवस्था करने की आवश्यकता है।
सुरक्षा के कड़े इंतजाम की मांग
घटना के बाद श्रद्धालुओं और सामाजिक संगठनों ने प्रशासन से मांग की है कि इस तरह के आयोजनों के दौरान सुरक्षा के पुख्ता इंतजाम किए जाएं, ताकि किसी अप्रिय घटना से बचा जा सके।