शिकायत में क्या कहा गया है?
महिला का कहना है कि तहसीलदार शत्रुघ्न सिंह चौहान ने उसे पत्नी का दर्जा देने का वादा किया था। इस वादे के आधार पर वह 17 साल तक उनके साथ संबंध बनाती रही। शिकायतकर्ता ने यह भी कहा कि तहसीलदार ने उसे रतनगढ़ मंदिर में शादी का झूठा आश्वासन देकर धोखा दिया।
तहसीलदार ने किया इनकार, लगाए ब्लैकमेलिंग के आरोप
दूसरी ओर, तहसीलदार शत्रुघ्न सिंह चौहान ने इन आरोपों को पूरी तरह से खारिज कर दिया है। उनका कहना है कि महिला उन्हें झूठे आरोप लगाकर ब्लैकमेल करने की कोशिश कर रही है। उन्होंने इस मामले में न्यायालय का सहारा लेने की बात कही है।
पुलिस जांच में जुटी
महिला थाना प्रभारी ने बताया कि शिकायत मिलने के बाद मामले की जांच शुरू कर दी गई है। पुलिस दोनों पक्षों के बयान ले रही है और मामले से जुड़े सभी तथ्यों की जांच की जाएगी।
पहले भी लग चुके हैं आरोप
यह पहली बार नहीं है जब तहसीलदार शत्रुघ्न सिंह चौहान पर इस तरह के आरोप लगे हैं। इससे पहले भी उन पर महिला उत्पीड़न के आरोप लग चुके हैं, लेकिन उन मामलों में कोई ठोस कार्रवाई नहीं हुई।
जनता में चर्चा का विषय
यह मामला ग्वालियर में चर्चा का विषय बन गया है। महिला के आरोपों और तहसीलदार के बचाव के बीच लोग विभाजित हैं। एक तरफ, महिला को न्याय दिलाने की मांग की जा रही है, तो दूसरी ओर तहसीलदार की निष्पक्ष जांच की मांग उठ रही है।
प्रशासन की सख्ती की जरूरत
महिला ने कलेक्टर और एसपी से न्याय की गुहार लगाई है। प्रशासन पर दबाव है कि मामले की निष्पक्ष और त्वरित जांच कर दोषियों के खिलाफ कार्रवाई सुनिश्चित की जाए।
अगले कदम
पुलिस ने महिला के बयान के आधार पर तहसीलदार को नोटिस जारी करने की प्रक्रिया शुरू कर दी है। यदि आरोप सही पाए जाते हैं, तो तहसीलदार के खिलाफ सख्त कानूनी कार्रवाई की जाएगी।
यह मामला न्याय प्रणाली और प्रशासनिक नैतिकता के लिए एक गंभीर चुनौती है। जनता को उम्मीद है कि दोषी चाहे जो भी हो, उसके खिलाफ सख्त कदम उठाए जाएंगे।