ठगों को मात: एसएएफ जवान को धमकाने की कोशिश नाकाम, बेटे की सूझबूझ से बचा फर्जीवाड़ा
ग्वालियर: एसएएफ (स्पेशल आर्म्ड फोर्स) के एक जवान को ठगों ने धमकी देकर फंसाने की कोशिश की, लेकिन जवान और उसके बेटे की सूझबूझ से उनकी चाल नाकाम हो गई। ठग पिछले 5 दिनों से फोन पर जवान को ब्लैकमेल कर धमका रहे थे। बेटे ने स्थिति को भांपकर तुरंत पिता को सतर्क किया और ठगों के इरादों पर पानी फेर दिया।
कैसे हुआ मामला उजागर
एसएएफ के जवान ने अपने बेटे से बात करते हुए बताया कि किसी अनजान शख्स का फोन आ रहा है, जो उन्हें पिछले 5 दिनों से धमकियां दे रहा है। ठग ने जवान को किसी मामले में फंसाने की धमकी देते हुए पैसे की मांग की थी।
जवान की बात सुनते ही बेटे ने तुरंत समझ लिया कि यह ठगों की चाल है। उसने अपने पिता को हिम्मत दी और कहा, "डरो मत, ये ठग हैं। इन्हें नजरअंदाज करो और पुलिस को सूचित करो।"
पुलिस ने दी सलाह
जवान ने मामले की सूचना पुलिस को दी। पुलिस ने तुरंत कार्रवाई करते हुए जवान और उनके परिवार को ठगों के नंबर को ब्लॉक करने और सावधानी बरतने की सलाह दी। अधिकारियों ने कहा कि इस तरह के ठग आम लोगों को फंसाने के लिए धमकी और ब्लैकमेल का सहारा लेते हैं, लेकिन सतर्कता से इनसे बचा जा सकता है।
ठगों के बढ़ते मामले
पुलिस के अनुसार, हाल के दिनों में ठगी के मामलों में बढ़ोतरी हुई है। ठग फोन या सोशल मीडिया के जरिए लोगों को ब्लैकमेल करने और पैसे वसूलने की कोशिश करते हैं। पुलिस ने लोगों से अपील की है कि वे किसी अनजान कॉल या मैसेज से सावधान रहें और ऐसे मामलों की तुरंत सूचना दें।
बेटे की सूझबूझ की सराहना
जवान के बेटे की सूझबूझ और सतर्कता ने इस मामले को ठगों के लिए नाकाम बना दिया। जवान ने कहा, "मेरे बेटे ने सही समय पर मुझे सही सलाह दी, जिससे मैं ठगों के जाल में फंसने से बच गया।"
पुलिस की अपील
पुलिस ने जनता से अपील की है कि वे किसी भी तरह की ब्लैकमेलिंग या धमकी का शिकार होने पर तुरंत पुलिस को सूचित करें। ठगों से डरने की बजाय सतर्क रहकर उनकी चालों को नाकाम करें।