1. इनकम टैक्स छापे का असर: विधायक ने कलेक्टर पर लापरवाही के लगाए आरोप
  2. ग्वालियर: सोशल मीडिया फ्रेंड द्वारा तलाकशुदा महिला से दुष्कर्म और ब्लैकमेलिंग
  3. Gwalior news, 21 December update News | News in Hindi
  4. क्रिसमस के लिए 10 रचनात्मक विचार: इस क्रिसमस को परिवार के साथ यादगार बनाएं
  5. Latest Gwalior news | 20 दिसंबर का प्रमुख खबरे, न्यूज़ हिंदी में
  6. ग्वालियर के अस्पताल में मोतियाबिंद ऑपरेशन में घोटाला, 8 मरीजों की आंखों की रोशनी खो गई
  7. ग्वालियर समाचार 19 दिसंबर का मुख्य समाचार | ग्वालियर समाचार हिंदी में
  8. Madhya Pradesh की ऐतिहासिक किलों और पर्यटन स्थलों को अब प्री-वेडिंग और डेस्टिनेशन वेडिंग शूट्स करना हुआ आसान
  9. इंदौर 1 जनवरी से भीख देने और मांगने पर होगी जेल, केंद्र सरकार का नया कदम
  10. ग्वालियर समाचार 18 दिसम्बर की बड़ी खबरे
news-details

तुलसी विवाह एकादशी: 12 या 13 किस दिन है तुलसी विवाह और कैसे करें पूजा 2024 में?

तुलसी विवाह हिंदू धर्म में एक महत्वपूर्ण पर्व है, जिसमें माता तुलसी और भगवान शालिग्राम का विवाह संपन्न कराया जाता है। यह विवाह कार्तिक शुक्ल एकादशी या देवउठनी एकादशी के दिन किया जाता है, जिससे वैवाहिक जीवन में सुख और समृद्धि की कामना की जाती है। मान्यता है कि तुलसी विवाह का आयोजन करने से व्यक्ति को कन्यादान के समान पुण्य प्राप्त होता है, और इसके प्रभाव से जीवन में आने वाली बाधाएं दूर होती हैं।

तुलसी विवाह का मुहूर्त

पंचांग के अनुसार, इस वर्ष कार्तिक माह के शुक्ल पक्ष की एकादशी तिथि 11 नवंबर को शाम 06:46 बजे से शुरू होकर 12 नवंबर को दोपहर बाद 04:04 बजे समाप्त होगी।

तुलसी विवाह एकादशी का शुभ मुहूर्त 2024:

ज्योतिष गणना के अनुसार, तुलसी विवाह के लिए एकादशी तिथि का शुभ समय 12 नवंबर को शाम 5:29 बजे से लेकर 7:53 बजे तक रहेगा। हिंदू धर्म में तुलसी का पौधा अत्यंत पूजनीय माना गया है और इसे मां लक्ष्मी का प्रतीक माना जाता है। आमतौर पर तुलसी की पूजा घरों में सुबह-शाम की जाती है, लेकिन तुलसी विवाह के दिन की पूजा से वैवाहिक जीवन में सुख और समृद्धि आती है।

पंचांग के अनुसार, इस वर्ष 12 नवंबर 2024 को तुलसी विवाह होगा, जिसे देवउठनी एकादशी भी कहते हैं। कुछ स्थानों पर 13 नवंबर 2024 को भी तुलसी विवाह किया जाएगा। माना जाता है कि तुलसी विवाह करवाने से साधक को कन्यादान के समान पुण्य फल मिलता है, और तुलसी माता और शालिग्राम भगवान की कृपा से विवाह में आने वाली बाधाएं दूर होती हैं।

तुलसी विवाह की विधि और इसके महत्व को समझते हुए इस विशेष अवसर पर विधिपूर्वक पूजा करने से जीवन में सुख और समृद्धि का वास होता है।