इंदौर 1 जनवरी से भीख देने और मांगने पर होगी जेल, केंद्र सरकार का नया कदम
1 जनवरी 2024 से इंदौर में भिक्षावृत्ति पर पूरी तरह से प्रतिबंध लागू कर दिया जाएगा। इसके तहत यदि कोई व्यक्ति भी इसके खिलाफ मांगते पाया जाता है, तो उसकी रजिस्ट्री दर्ज की जाएगी। इसके अलावा, यदि कोई व्यक्ति भी इस दौरान पकड़ा गया, तो उसके खिलाफ भी कानूनी कार्रवाई की जाएगी।
1 जनवरी 2024 से इंदौर में भिक्षावृत्ति पर पूरी तरह से प्रतिबंध लागू कर दिया जाएगा। इसके तहत यदि कोई व्यक्ति भी इसके खिलाफ मांगते पाया जाता है, तो उसकी रजिस्ट्री दर्ज की जाएगी। इसके अलावा, यदि कोई व्यक्ति भी इस दौरान पकड़ा गया, तो उसके खिलाफ भी कानूनी कार्रवाई की जाएगी। यह कदम केंद्र सरकार द्वारा एक पायलट प्रोजेक्ट का हिस्सा शुरू किया गया है, जिसका उद्देश्य देश के 10 शहरों को भिक्षावृत्ति से मुक्त करना है। इस प्रोजेक्ट में इंदौर भी शामिल है।
इंदौर प्रशासन एवं पुलिस विभाग 31 दिसंबर तक इस अभियान को लेकर शहर में व्यापक जागरूकता फैलाने के लिए विभिन्न हथियार चला रहे हैं। जो कि भारत का सबसे स्वच्छ शहर है, हाल ही में भिखारियों की जनसंख्या संख्या एक गंभीर समस्या बन गई थी। अनुमान के मुताबिक, शहर में 20,000 से ज्यादा भिखारी हैं, जो शहर की स्वतंत्रता और विशिष्टता के लिए एक दाग उभर कर सामने आ रहे हैं।
इस अभियान का मुख्य उद्देश्य भिक्षावृत्ति को समाप्त करना और शहर की सुंदरता को बनाये रखना है। प्रशासन ने चेतावनी दी है कि 1 जनवरी के बाद भीख दिए या मित्र पर सख्त कानूनी कार्रवाई की जाएगी, ताकि शहर को एक साफ और भिक्षावृत्ति मुक्त वातावरण प्रदान किया जा सके