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Muharram 2024: क्यो मुहर्रम को हजरत इमाम हुसैन के शहादत का महिना माना जाता है | क्या है कर्बला का वकीय

क्यो मुहर्रम को हजरत इमाम हुसैन के शहादत का महिना माना जाता है | क्या हुआ कर्बला की जंग में हजरत इमाम हुसैन के साथ | Digital Gwaalior News

Muharram 2024: क्यो मुहर्रम को हजरत इमाम हुसैन के शहादत का महिना माना जाता है | क्या है कर्बला का वकीय  मोहर्रम इस्लामी कैलेंडर का पहला महीना होता है और इसे इस्लामी नए साल की पहला महिना माना जाता है। मोहर्रम शिया मुस्लिम समुदाय के लिए बेहद महत्वपूर्ण है क्योंकि इस महीने जिसे आशूरा कहा जाता है, कर्बला की जंग में हजरत इमाम हुसैन और उनके 72 सिपाही की शहादत को याद किया जाता है। यह दिन इमाम हुसैन की कुर्बानी और न्याय, सच्चाई और धर्म के लिए उनके संघर्ष का प्रतीक है। इसदिन लोग काले कपड़े पहनते हैं और हजरत इमाम हुसैन की याद में मातम करते हैं। जुलूस के दौरान, लोग "या हुसैन" के नारे लगाते हैं और ढोल-ताशे एवं कुछ लोग जंजीर और तलवार से खुद को चोट पहुँचाकर अपनी श्रद्धा प्रकट करते हैं।   क्यो मुहर्रम को हजरत इमाम हुसैन के शहादत का महिना माना जाता है माना जाता है की कर्बला के मैदान में  हजरत इमाम हुसैन अपने 72 साथियों के साथ इसी मोहर्रम माह के 10वें दिन शहीद हो गए थे। उनकी शहादत और कुर्बानी के तौर पर इस दिन को याद किया जाता है।   डिस्क्लेमर: यहा लेख  लोक मान्यताओं पर आधारित है। इस लेख में शामिल सूचना और बाटो की सटीकता, संपूर्णता के लिए "डिजिटल ग्वालियर न्यूज़" उत्तरदायी नहीं है।