ग्वालियर न्यूज़ 25 अक्टूबर मुख्य खबर हिंदी में
भीम आर्मी के नेताओं ने आरोप लगाया कि प्रशासनिक अधिकारी उनके समुदाय के सदस्यों के खिलाफ झूठी और मनगढ़ंत शिकायतें दर्ज कर रहे हैं। साईं मंदिर के पास दीपक टोस्ट फैक्ट्री में खाद्य विभाग ने छापा मारा | भिंड में गुंडागर्दी का आतंक अपने चरम पर पहुंच गया है | पिछोर के शासकीय स्कूल में छात्रों को साइकिल वितरण कार्यक्रम का आयोजन किया गया | कांग्रेस के प्रदेश अध्यक्ष जीतू पटवारी के ग्वालियर आगमन पर स्थानीय कार्यकर्ताओं ने उनका भव्य स्वागत
ग्वालियर में आजाद समाज पार्टी के कार्यकर्ताओं ने किया चक्का जाम
ग्वालियर में आजाद समाज पार्टी (भीम आर्मी ) द्वारा झूठी के नेताओ और कार्यकर्ताओ के खिलाफ FIR दर्ज करने के विरोध में चक्का जाम रैली का आयोजन किया गया। यह रैली आज सुबह शुरू हुई और इसमें बड़ी संख्या में समर्थकों ने भाग लिया। प्रदर्शनकारियों ने SP ऑफिस के सामने धरना दिया, जहाँ उन्होंने अपने विरोध को और मजबूती से व्यक्त किया।
भीम आर्मी के नेताओं ने आरोप लगाया कि प्रशासनिक अधिकारी उनके समुदाय के सदस्यों के खिलाफ झूठी और मनगढ़ंत शिकायतें दर्ज कर रहे हैं। इस विरोध प्रदर्शन के दौरान, उन्होंने मांग की कि उन पर दर्ज की गई FIR को तुरंत वापस लिया जाए और संबंधित अधिकारियों के खिलाफ कार्रवाई की जाए।
प्रदर्शनकारियों ने अपनी आवाज़ उठाते हुए नारे लगाए और शांतिपूर्ण तरीके से अपनी बातें रखीं। उनका उद्देश्य समाज में समानता और न्याय की बहाली करना है। चक्का जाम के कारण ग्वालियर की सड़कों पर भारी यातायात प्रभावित हुआ, जिससे commuters को कठिनाइयों का सामना करना पड़ा।
प्रदर्शनकारियों का कहना है कि जब तक उनकी मांगें पूरी नहीं होतीं, वे अपने विरोध को जारी रखेंगे। पुलिस प्रशासन ने स्थिति को नियंत्रित करने के लिए अतिरिक्त बल तैनात किया है और प्रदर्शनकारियों के साथ वार्ता करने का प्रयास कर रहा है।
यह रैली न केवल भीम आर्मी के सदस्यों के लिए, बल्कि पूरे समुदाय के लिए एक महत्वपूर्ण मुद्दा बन गई है, जो सामाजिक न्याय और अधिकारों के लिए लड़ाई जारी रखने का संकल्प लेते हैं।
ग्वालियर में जीतू पटवारी के आगमन पर कांग्रेस कार्यकर्ताओं ने दिखाया जोश
कांग्रेस के प्रदेश अध्यक्ष जीतू पटवारी के ग्वालियर आगमन पर स्थानीय कार्यकर्ताओं ने उनका भव्य स्वागत किया। जैसे ही जीतू पटवारी ग्वालियर पहुंचे, बड़ी संख्या में कांग्रेस कार्यकर्ता झंडे और बैनर के साथ मौजूद रहे और जोरदार नारों के साथ उनका अभिनंदन किया। स्वागत के इस मौके पर कांग्रेस के स्थानीय नेता और वरिष्ठ कार्यकर्ता भी उपस्थित रहे, जिन्होंने फूल मालाओं से पटवारी का स्वागत किया। पूरे समारोह में जोश और उत्साह का माहौल बना रहा, और कार्यकर्ताओं में अपने नेता के आगमन को लेकर गहरी खुशी देखी गई।
पिछोर के शासकीय स्कूल में छात्रों को साइकिल वितरण, अधिकारी रहे मौजूद
पिछोर के शासकीय स्कूल में छात्रों को साइकिल वितरण कार्यक्रम का आयोजन किया गया, जिसमें छात्र-छात्राओं को साइकिलें प्रदान की गईं। इस अवसर पर नगर निगम के उच्च अधिकारी और मुख्य स्वास्थ्य अधिकारी भी मौजूद रहे। कार्यक्रम का उद्देश्य छात्रों को स्कूल आने-जाने में सहूलियत देना और उनकी शिक्षा को प्रोत्साहित करना था। इस दौरान छात्रों में उत्साह का माहौल था, और अधिकारियों ने बच्चों के उज्ज्वल भविष्य की कामना करते हुए उन्हें मेहनत और लगन से पढ़ाई करने के लिए प्रेरित किया।
झांसी रोड पर दीपक टोस्ट फैक्ट्री में खाद्य विभाग का छापा, बिना मैन्युफैक्चरिंग डेट के हो रही थी पैकिंग
झांसी रोड स्थित साईं मंदिर के पास दीपक टोस्ट फैक्ट्री में खाद्य विभाग ने छापा मारा। तहसीलदार विनीत गोयल और खाद्य विभाग के अधिकारी संदीप पांडेय के नेतृत्व में संयुक्त रूप से की गई इस कार्रवाई में कई अनियमितताएं पाई गईं। निरीक्षण के दौरान पाया गया कि टोस्ट की पैकिंग बिना मैन्युफैक्चरिंग डेट के की जा रही थी, जो उपभोक्ताओं की सेहत के लिए हानिकारक हो सकता है। इसके अलावा फैक्ट्री में साफ-सफाई और गुणवत्ता के मानकों का भी पालन नहीं किया जा रहा था। खाद्य विभाग ने वहां से टोस्ट, बन, ब्रेड और पाव के सैंपल इकट्ठा किए, जिन्हें आगे की जांच के लिए भेजा गया है। इस कार्रवाई से फैक्ट्री में हड़कंप मच गया और अधिकारियों ने आगे भी इसी प्रकार की अनियमितताओं पर कड़ी नजर रखने की बात कही।
परिवार का आरोप: गुंडों की पिटाई से हुई रवि सक्या की मौत, प्रशासन ने नहीं की कार्रवाई
भिंड में गुंडागर्दी का आतंक अपने चरम पर पहुंच गया है, और शराब माफिया के खिलाफ किसी भी प्रकार की ठोस कार्रवाई नहीं हो रही है। हाल ही में एक गंभीर मामला सामने आया है, जिसमें योगेंद्र भदोरिया पर रवि सक्या के साथ मारपीट करने और उसकी हत्या करने का आरोप लगाया गया है। रवि के परिवार का आरोप है कि मारपीट के दौरान उसे गंभीर चोटें आईं, जिसके बाद उसकी हालत बिगड़ती चली गई। उसे पहले ग्वालियर और फिर भोपाल ले जाया गया, जहां इलाज के दौरान उसकी मृत्यु हो गई। परिजनों का कहना है कि घटना के बाद पुलिस और अन्य उच्चाधिकारियों ने न्याय दिलाने और कड़ी कार्रवाई करने का आश्वासन दिया था, लेकिन अब तक कोई ठोस कदम नहीं उठाया गया है। इस मामले में प्रशासन की निष्क्रियता को लेकर परिवार और स्थानीय लोग आक्रोशित हैं और न्याय की मांग कर रहे हैं।