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तहसीलदार पर दुष्कर्म का आरोप: गिरफ्तारी के लिए 10 घंटे में 3 बार दबिश, पीड़िता ने 164 के बयान में लगाए गंभीर आरोप

ग्वालियर। तहसीलदार शत्रुघ्न सिंह चौहान के खिलाफ दर्ज दुष्कर्म के मामले में पुलिस की कार्रवाई तेज हो गई है। महिला द्वारा दर्ज कराए गए मामले के बाद से तहसीलदार भूमिगत हो गए हैं। उनकी गिरफ्तारी के लिए पुलिस ने गुरुवार को 10 घंटे के भीतर तीन बार दबिश दी, लेकिन अब तक तहसीलदार का कोई सुराग नहीं मिल सका है।

पीड़िता का आरोप: बार-बार शारीरिक शोषण

धारा 164 के तहत मजिस्ट्रेट के समक्ष दिए गए बयान में पीड़िता ने तहसीलदार पर बार-बार शारीरिक शोषण करने का आरोप दोहराया है। पीड़िता ने बताया कि तहसीलदार ने उसका विश्वास तोड़ा और उसे मानसिक और शारीरिक रूप से प्रताड़ित किया।

पुलिस की कार्रवाई जारी

पुलिस ने तहसीलदार की गिरफ्तारी के लिए उनके संभावित ठिकानों पर दबिश दी है। गुरुवार को तीन बार की गई छापेमारी में पुलिस को सफलता नहीं मिली।

थाना प्रभारी, ने कहा, "हमने तहसीलदार के घर और उनके करीबी लोगों के यहां तलाशी ली है। उनकी गिरफ्तारी के लिए टीमों का गठन किया गया है, और जल्द ही उन्हें गिरफ्तार किया जाएगा।"

मामला दर्ज होते ही हुए भूमिगत

तहसीलदार शत्रुघ्न सिंह चौहान पर मामला दर्ज होने के बाद से वह लापता हैं। पुलिस को शक है कि वह गिरफ्तारी से बचने के लिए कहीं बाहर छिपे हो सकते हैं।

जिला प्रशासन ने लिया संज्ञान

घटना के बाद जिला प्रशासन भी हरकत में आ गया है। तहसीलदार के खिलाफ विभागीय जांच शुरू कर दी गई है। अगर आरोप सही पाए गए तो तहसीलदार की सेवा समाप्त की जा सकती है।

न्याय की मांग

पीड़िता और उसके परिवार ने न्याय की मांग की है। उन्होंने प्रशासन से अपील की है कि तहसीलदार को जल्द से जल्द गिरफ्तार कर कड़ी सजा दी जाए।

पीड़िता के वकील, ने कहा, "यह मामला गंभीर है, और आरोपी का भूमिगत होना उसकी मंशा पर सवाल खड़ा करता है। हमें न्यायपालिका और प्रशासन पर पूरा भरोसा है।"

सामाजिक संगठनों का विरोध प्रदर्शन

घटना के बाद सामाजिक संगठनों ने भी तहसीलदार की गिरफ्तारी और न्याय की मांग को लेकर विरोध प्रदर्शन शुरू कर दिया है। उन्होंने प्रशासन से मामले की त्वरित और निष्पक्ष जांच की मांग की है।

ग्वालियर पुलिस का कहना है कि तहसीलदार को जल्द ही गिरफ्तार कर कानून के तहत कार्रवाई की जाएगी।