ग्वालियर: ठंड के कहर से बच्चों की सेहत बिगड़ी, ओपीडी में 70% बच्चे सर्दी-बुखार से पीड़ित
कड़ाके की ठंड का असर ग्वालियर में बच्चों की सेहत पर गहराता जा रहा है। कमल राजा अस्पताल (केआरएच) की ओपीडी में इन दिनों 70% बच्चे सर्दी, खांसी, जुकाम और बुखार जैसी समस्याओं से जूझते हुए आ रहे हैं। डॉक्टरों ने इसे ठंड के बढ़ते प्रकोप का नतीजा बताया है।
बच्चों में बढ़ती बीमारियों की समस्या
ठंड में तापमान के गिरने के कारण बच्चों में सर्दी, बुखार और सांस संबंधी बीमारियां तेजी से बढ़ रही हैं। विशेषज्ञों के अनुसार, इन बीमारियों से बचने के लिए बच्चों को गर्म और सुरक्षित माहौल में रखना बेहद जरूरी है।
डॉक्टरों की सलाह
डॉक्टरों ने बच्चों को ठंड से बचाने के लिए माता-पिता को कई सुझाव दिए हैं:
- गर्म कपड़ों की तीन परत पहनाएं: बच्चों को अच्छी गुणवत्ता वाले और तीन लेयर में गर्म कपड़े पहनाएं।
- गर्म पानी पिलाएं: बच्चों को दिनभर में कई बार हल्का गर्म पानी पिलाएं ताकि उनका शरीर गर्म रहे।
- घर में ही रखें: ठंडी हवाओं से बचाने के लिए बच्चों को अनावश्यक बाहर न निकालें।
- इम्यूनिटी बढ़ाएं: बच्चों को पौष्टिक भोजन और विटामिन सी युक्त चीजें जैसे संतरा, आंवला और गुड़-चने का सेवन कराएं।
अस्पतालों में भीड़ बढ़ी
केआरएच और अन्य अस्पतालों में इन बीमारियों के चलते ओपीडी में भारी भीड़ देखी जा रही है। डॉक्टरों का कहना है कि माता-पिता को बच्चों की थोड़ी सी भी लापरवाही से बचना चाहिए।
बच्चों की विशेष देखभाल जरूरी
विशेषज्ञों का कहना है कि ठंड में बच्चों का इम्यून सिस्टम कमजोर हो जाता है, जिससे वे आसानी से बीमारियों की चपेट में आ जाते हैं। इसके लिए समय पर चिकित्सा परामर्श लेना और बच्चों की देखभाल करना अत्यधिक जरूरी है।
प्रशासन से मांग
स्थानीय लोग प्रशासन से अपील कर रहे हैं कि सरकारी अस्पतालों में बच्चों के इलाज के लिए अतिरिक्त व्यवस्था की जाए और ठंड से बचाव के लिए जागरूकता अभियान चलाया जाए।